भूखक आगि, अशिक्षाक अन्हार, जर्जर परिवहन, अव्यवस्थाक कोढ़ि इएह तमाम कारण अछि पलायनक। कियाक जे कृषि पिछरल अछि, बिजुली नगण्य अछि, उद्योग शून्य अछि आ उड्डयन परिवहन एकटा स्वप्न बनल अछि। ई तमाम कारक मिली मिथिला के पिछरल तम क्षेत्र बनबैत अछि।
भूखक आगि, अशिक्षाक अन्हार, जर्जर परिवहन, अव्यवस्थाक कोढ़ि इएह तमाम कारण अछि पलायनक। कियाक जे कृषि पिछरल अछि, बिजुली नगण्य अछि, उद्योग शून्य अछि आ उड्डयन परिवहन एकटा स्वप्न बनल अछि। ई तमाम कारक मिली मिथिलाके पिछरल तम क्षेत्र बनबैत अछि। मातृभाषा स बिमुख लोक अपन माटि सहज रूपमे छोड़ैत अपन जीवन जीवाक लेल बाध्य। भविष्यमे इएह स्थिति ; हमर सांस्कृतिक वैशिष्ठ्यके खत्म करत ओ हमर अपन मैथिल पहिचान धूमिल होयत। आउ प्राण करी अपन भाखा, संस्कृति व संस्कारके अक्षुण्ण करवाक लेल, मिथिला राज्यक स्वप्न आब हम सब साकार करब आ अखिल विश्वमे अपन फराक पहिचान स्थापित करब। देशेषुमिथिलाश्रेष्ठमनुजेशुश्रेष्ठमैथिलः। ताहिक परिपेक्ष्यमे काल्हि 1 अक्टूबर मिथिला बन्द। जय मिथिला जय मैथिली।
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