चीनीआ बीमारी सँ रोगीके दिलक दौरा सँ मर' के खतरा 50 फीसदी बेसी रहैत अछि. एगो नवका शोधमें ई बात सामने आयल। प्रमुख शोधार्थी ब्र...
चीनीआ बीमारी सँ रोगीके दिलक दौरा सँ मर' के खतरा 50 फीसदी बेसी रहैत अछि. एगो नवका शोधमें ई बात सामने आयल। प्रमुख शोधार्थी ब्रिटेनके यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्सके कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट आओर एसोसिएट प्रोफेसर क्रिस गेल बतेलथि, “हमर शोध सँ अहिं बातक मजगुत सबूत भेटल अछि कि चीनीआ बीमारी सँ बहुत समय सँ पीड़ित रोगीमें दिलके दौराक खतरा 50 फीसदी तक बढ़ि जायत अछि।”
अहिं शोधके निष्कर्ष सँ पता चलैत अछि कि चीनीआके रोगीक जौ धमनी पूरा तरह सँ अवरुद्ध अछि त दिलक दौरा सँ ओकर मर'के संभावना 56 फीसदी बढ़ि जायत अछि। आओर जौ हुनकर धमनी आंशिक अवरुद्ध अछि त गैरचीनीआ बीमारीक रोगी सँ पीड़ितक अपेक्षा दिलक दौरा सँ हुनकर मर'के संभावना 39 फीसदी बेसी होयत अछि।
अहिं शोधमें संभावना व्यक्त कएल गेल अछि जे चीनीआ बीमारीके रोगीके दिलक दौरा सँ मर'के संभावना बेसी हुअके पाछू हुनकर चीनीआ बीमारी अछि नञि कि ओ कारण अछि, जाहि कारण सँ हुनका चीनीआ बीमारी भेलन्हि।
शोध संस्था डायबिटिज यूके'के रिसर्च फंडिंग प्रमुख अन्ना मोरिस बतेलथि, “चीनीआ बीमारी पर काबू पयला सँ हृदय रोगका खतरा सेहो कम भ' जायत अछि. ताहिलेल स्वास्थ्यवर्धक भोजन केनाई, सक्रिय रहनाई आओर डॉक्टर द्वारा बुझायल गेल दवाइक इस्तेमाल केनाई बेहद जरुरी अछि।”
शोध दल कुल 7 लाख लोगका विश्लेषण क' क' ई निष्कर्ष निकाललक अछि, जिनका दिलके दौराके बाद जनवरी 2003 सँ जून 2013के बीच अस्पतालमें भर्ती कएल गेल छल आओर अहिंमें सँ 1,21,000 लोग चीनीआ बीमारी सँ पीड़ित छल.
ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशनके एसोसिएट मेडिकल डायरेक्टर माइक नापटोन'के कहब छनि, “अहिं शोधमें चीनीआ बीमारी सँ पीड़ितके हृदय रोग सँ बचेवाकके नव तरीका सभक खोज आओर दिलके दौराके बाद हुनकर जान बचेवाकक लेल नव दवाइक खोज पर प्रकाश डालल गेल अछि।”
इ शोध जर्नल ऑफ इपीडीमीलॉजी एंड कम्यूनिटी हेल्थमें प्रकाशित कएल गेल अछि।
फोटोः टेलिग्राफ/ABP
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